किसान भाई triazophos 40 ec का सोयाबीन पर पहला छिडकाव करना चाहते है !!
और जानना चाहते है रिजल्ट अछे आएंगे या नही ?
या कोई अन्य दवाई चुने ? इसके साथ फफूंद नाशक का छिडकाव केसा रहेगा ? कोई टॉनिक भी साथ में लेना चाहते है ? अन्य फसलो पर भी छिडकाव करना चाहते है ? अच्छी बात यंह है की किसान भाई आप सही जगह पर आये है.
आपको सटीक जानकारी मिलेंगी आपके सभी सवालो के जवाब मिलेंगे निश्चित रहिये.
विस्तारसे समजते है TRIZOCEL insecticide का इस्तेमाल केसा रहता है.
Contents
इसमे में कोनसा टेक्निकल कंटेंट मिलता है ?
इसमे Triazophos 40% EC फोर्मे में आता है यंह एक broad spectrum एंव Non systemic insecticide है.
जो contact और stomach तरीकेसे काम करती है.
किसान भाई जैसेही किट इसके संपर्क में आता है यंह किट को ख़तम कर देती है यंह poisons है तुरंत असर करती है कृपया इसे आप बचो कि पंहुच से दूर रखिये. इसे आप अन्य दवाई के साथ मिक्स करके छिडकाव कर सकते है. आगे पढ़िए आप इसे किन फसलो पर छिडकाव कर सकते है ?
किन फसलो पर इसके अछे रिजल्ट मिलते है ?
मुख रूपसे किसान भाई आप इसे सोयाबीन में पहला छिडकाव के रुपमे इस्तेमाल कर सकते है.
तथा आप इसे धान और कपास में इस्तेमाल कर सकते है.
इसके इलावा किसान भाई आप इसे मुंग उड़द बेंगन पत्तागोभी मिर्च टमाटर और मटर में इस्तेमाल कर सकते है.
छिडकाव करते समय तापमान कम रहे इसका आप ध्यान जरुर रखिये .
चलिए जानते है यंह किन कीटो की रोखथाम करता है ?
सोयाबीन में स्टेम बोरर लीफ मायनर तथा ग्रिडल बीटल को कंट्रोल करता है.
कपास में सफ़ेद मक्खी और बोलवार्म की रोकथाम करता है.
धान की बात करे तो स्टेम बोरर, पत्तालपेटक इल्ली, ब्राउन प्लांट हॉपर तथा वाइट बेक प्लांट हॉपर को कंट्रोल करता है.
किसान भाई यंह किट कि सेंट्रल नर्व को ब्लॉक करता है. जिससे किट कि मौत हो जाती है.
अगर छिडकाव करनेके तुरंत 24 घंटे के भीतर बारिश नहीं होती है.
तो इसका असर 15-20 दिन तक फसल पर रहता है.
किसान भाई आप इसे सुभह के वक्त छिडकाव कीजिये तापमान कम रहता है.
दवाई अछेसे पौधे में फ़ैल जाती है परिणाम अछे मिलते है .
किसान भाई आप इसे टॉनिक, फंफुदनाशक, NPK जलद घुलनशील खाद और किसी भी अन्य कीटनाशक दवाई के साथ मिक्स करके स्प्रे कर सकते है.
कृपया यंह ध्यान रखिये की आप इसे खरपतवार नाशक के साथ ना दे फसल को नुकसान हो सकता है.
फसल ख़राब हो सकती है.
इस्तेमाल किया हुवा खरपतवार नाशक वाला स्प्रे पंप को अछेसे धो कर साफसफाई करके ही छिडकाव केलिए लीजिये
हमने यंह देखा है कुछ किसान भाई गलतीसे बिना साफसफाई के खरपतवार नाशक वाला स्प्रे पंप दवाई का छिडकाव करने केलिये इस्तेमाल कर लेते है.
और फसल को ख़राब कर देते है.
यंह गलती आप ना कीजिये पंप की अछेसे साफसफाई करकेही इस्तेमाल में लीजिये |
आगे पढ़िए फसल पर छिडकाव करनेसे क्या परिणाम मिलते है ?
छिडकाव करनेसे क्या फायदे होंगे ?
कपास :–
कपास में सफ़ेद मक्खी की रोकथाम हो जाती है तथा बोलवार्म को यंह कंट्रोल करता है .
आपकी कपास की फसल सुरक्षित हो जाती है.
स्वस्थ होती है. फल फूलो की गलन कम होती है. पत्तिया हरीभरी होती है .
हरित लवक की मात्रा बढ़ती है उपज बढ़ नेमे मदत होती है .
मूंगफली :–
फसल को स्वस्थ रखता है हरीभरी बनाने में मदत करता है .
पौधे का विकास और बढ़वार करने में योगदान देता है.
सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है .
कीटो कि रोकथाम होनेसे फसल कि गुणवता में सुधार आने लगता जिससे पैदावार अच्छी होती है .
मिर्च :–
गुणवता में सुधार होता है . पोधे स्वस्थ और मजबूत होते है .
पैदावार में भारी बढ़ोतरी होनेमे मदत होती है. सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम करता है.
पौधे कि रोगप्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है .
बेंगन :–
इल्लियो कि रोकथाम करता है. बेंगन कि गुणवता बनाये रखता है. सफ़ेद मक्खी, लीफ हॉपर, लीफ मायनर कि रोकथाम करता है. पौधे हरेभरे रहनेमे मदत करता है. पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है. पौधे को रोगों से लड्नेमे सक्षम बनता है. जिससे पौधे मजबूत बनते है और साथही उपज में वृद्धी होती है .
मुंग :–
फसल को मजबूती मिलती है. पौधे कि रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है .
तथा पौधे के बढ़वार में मदत मिलती है . सफ़ेद मछर कि रोकथाम होती है .
और साथही स्टेम बोरर तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम होती है .
जिससे फलिया अछेसे भरती है. फल्लियो कि संख्या में वृद्धी होती है. फूलो कि dropping कम होती है .अन्तंत: उत्पादन में वृद्धी में मदत होती है.
टमाटर :–
रसचुसक किट और साथही इल्लियो कि रोकथाम करता है. पौधे को सुरक्षा प्रधान करता है. फल फूलो कि dropping को रोकता है.
पौधे को स्वस्थ बनाता है. टमाटर कि क्वालिटी बनाये रखता है. जिससे मार्केट में अच्छा भाव मिल सकता है.
उत्पादन में वृद्धी करनेमे मदत करता है बतादे कि यंह सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, स्टेम बोरर , तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है.
बरबटी :–
तनाछेदक इल्ली, स्टेम बोरर कि रोकथाम करता है. फसल का विकास और बढ़वार करनेमे सहायता करता है.
उपज कि बढ़वार करनेमे मदत करता है. फसल हरीभरी रहनेमे मदत करता है. सुरक्षा प्रदान करता है और पौधे को रोगोसे लढ़ नेकि ताकत देता है.
सोयाबीन :–
आपकी सोयाबीन की फसल पर इसका परिणाम अच्छा रहता है.
स्टेम बोरर इल्ली, तनाछेदक इल्ली, ग्रिडल बीटल, सफ़ेद मक्खी को अछेसे कंट्रोल करता है.
फसल की कीटो से सुरक्षा होती है. प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में सुधार होता है. पोधे अछेसे खाना बना पाते है. हरित लवक की मात्रा बढ़ती है. रोगोसे लढ़नेकी क्षमता बढ़ती है.
उड़द :–
सफ़ेद मच्छर, स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है . जिससे फसल कीटो से सुरक्षित हो जाती है. फसल कि बढ़वार अच्छी होती है . विकास कि प्रणाली सुचारू हो जाती है. फल्लिया अछेसे भर्ती है. दाने कि क्वालिटी सुधार होता है तथा उत्पादन में बढ़ोतरी होने कि संभावना बढ़ जाती है.
पत्तागोभी :–
तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम होती है. पत्तिया चबाने वाली इल्ली तथा अन्य प्रकार कि इल्लियो कि रोकथाम हो जाती है.
फसल कि क्वालिटी में गिरावट नहीं होती. फसल को मजबूती मिलती है. पौधे स्वस्थ होते है. रोगोसे लड्नेकी क्षमता मिलती है. पोधे कि बढ़वार अच्छी होती है. पत्तागोभी कि साइज़ में बढ़ोतरी होने में मदत होती है. अच्छा वजन मिलता है.
मटर :–
दानो कि भराई अच्छी होती है. दाने कि क्वालिटी में सुधार होता है. पौड़ बोरर इल्ली कि रोकथाम होती है.
पौधे सुरक्षित होते है. फसल कि पैदावार बढ़ती है. स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है. फूलो कि गलन को रोकता है.
किसान भाई आगे पढ़िए Trizophos insecticide कि dose और मार्केट price क्या है ?
दवाई का खर्चा कितना है ? price कितनी है ?
तो किसान भाई यंह लगभग 1 litre का पैक 400-500 रू तक आ जाता है. 500 ml का पैक 210-250 रु तक मिल जाता है. मार्केट का price थोडा उपर निचे हो सकता है , कृपया आपके यंहा कितनी price में मिल रहा है कमेन्ट करके जरुर बताये.
छिडकाव केलिये कितना dose लेना है ?
किसान भाई सोयाबीन केलिए आपको लेना है. 25 -35ml प्रति 15 लीटर पानी ले कर छिडकाव करे.
वंही कपास केलिए आपको लेना है 60-80ml प्रति 15 लिटर पंप और धान में करना है. तो 25-50ml प्रति 15 लीटर पंप करे.
किसान भाई छिडकाव करने से पहले टंकी को अछेसे से डंडे के सहायतासे अछेसे हिलाले ताकि दवाई अछेसे से घुल मिल जाये.
अगर अपकर पास सिल्कोंन चिपको है उसे मिलाकर छिडकाव कीजिये काफी अछे रिजल्ट मिलते है .
अब हम बताते है की आप केसे पहले छिडकाव से अपनी सोयाबीन की फसल को कीटो से सुरक्षित एंव अच्छी बढ़वार कर सकते है ? ट्रिक क्या है ?
सिम्पली आपको ह्यूमिक एसिड लेना है साथ में seaweed extract और triazophos 40 ec दवाई तीनो को एकसाथ मिलाके स्प्रे करिए.
अच्छी बढ़वार होगी साथ में कीटो से सुरक्षा भी होगी .
ह्यूमिक एसिड में Huminoz 98 और seaweed extract में सागरिका या फिर biovita ले सकते है.
- Huminoz 98 Uses in hindi | फायदे और नुकसान | Price | Dose | Content ?
- Sagarika seaweed extract के फायदे ? | Uses | Price | dose | Content ?
- BIOVITA टॉनिक के फायदे | Uses | Price | Dose | Content | PI ?
किसान भाई आगे पढ़िए Triazophos 40 ec insecticide के नुकसान क्या हो सकते है ?
Triazophos insecticide से होनवाले नुकसान क्या है ?
किसान भाई वैसे देखा जाये तो फसल पर कोई खास नुकसान नहीं होता है यदि अपने बताई गयी मात्रा से अधिक dose लेंगे तो फसल को नुकसान पहुंचाता है.
आपको तो पता ही होगा लिमिट से ज्यादा करेंगे तो नुकसान होता ही है कृपया यंह गलती करनेसे बचिए.
और ध्यान देनेकी बात यंह की मात्रा से कम दवाई लेकर छिडकाव ना कीजिये दवाई असर कम होता है. बताई गयी dose लेकर ही छिडकाव करे .
अगर बात करे Triazophos insecticide TRIZOCEL के निर्माता कंपनी के बारेमे तो यह Excelcropcare का उत्पाद है. बतादे की यंही टेक्निकल आपको अन्य कंपनी के प्रोडक्ट पर भी मिल जाता है. जरूरी नही की आपको इसी कंपनी का लेना है. आपको यंहा जो कंपनी triazophos दे रही है. आप वंह भी खरीद सकते है. उसका इस्तेमाल कर सकते है.
किसान भाई अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ?
क्या हमे Expired हुवा Triazophos 40 ec insecticide इस्तेमाल में लेना चाहिए ? नहीं दवाई का असर कम होता है आपको दोबारा छिडकाव करनेकी जरूरत पड़ सकती है.
Triazophos 40 ec systemic तरीकेसे काम करता है क्या ? नही यंह non-systemic है. contact और stomach तरीकेसे काम करता है.
क्या Triazophos insecticide विषेला है ? हाँ तुरंत असर करता है आप अपने बच्चो से इसे दूर ही रखिये.
क्या यंह Transluminar property रखता है ? हाँ यंह पत्तियों के निचे छुपे कीटो कोभी ख़त्म करता है. पत्तियों की निचे की सतह पर यंह फेल ज्याता है.
तो किसान भाई आपको यंह हमारी Triazophos 40 ec की जानकारी आपको केसी लगी हमें कमेंट में जरुर बताये. ऐसेही खेतीबाड़ी से जुडी अन्य महत्वपूर्ण दवाईयों की latest जानकारी केलिए आप हमारा ब्लॉग subscribe कर सकते है. साथही अन्य किसान भाई से share कर सकते है.
आपका कोई सवाल या सुजाव है तो जरुर बताये. अगली किस दवाई की जानकारी आप लेना चाहेंगे ? कमेंट में जरुर बताये !!
पोस्ट को पढने केलिये आपका बहोत बहोत धन्यवाद्.
तबतक किसान भाई अपनी और अपनी फसल का ख्याल रखिये. !! जय हिन्द जय भारत !!
बहुत ही अच्छी दवाई है। हमारे। तेसिल जावरा में, 500 रु पर 1 लिटर मिलाती है