किसान भाई ज्वार-बाजरे की खेती कर रहे है!! या आपकी कपास की खेती है. इल्लियो का अटैक फसलो पर देखनेको मिलता है!! जिससे काफी नुकसान होता है. किसान भाई आज का हमारा ब्लॉग टॉपिक है की आप कैसे Rogor insecticide की मदत से इल्लियो की रोकथाम कर सकते है!! साथही हम जानेंगे रोगोर कीटनाशक से जुडी कुछ अन्य महत्वपूर्ण बाते. जिसमे result टाइम कितने दिन का है ? इसमे कोनसा फार्मूलेशन है ?
खर्चा कितना आयेगा ? dose क्या लेना है ? किन फसलो पर अच्छा result देता है ? जानेंगे विस्तारसे!! चलिये किसान भाई जानते है इसके टेक्निकल बारेमे ,
Contents
इसमे में कोनसा टेक्निकल कंटेंट है ?
इसमे Dimethoate 30% EC फोर्मे में आता है. यंह एक Contact insecticide है!! जो किट के संपर्क में आते हि किट को ख़तम कर देता है, यंह poisons है कृपया इसे बचो कि पंहुच से दूर रखे. इसे अन्य दवाई के साथ मिक्स करके छिडकाव कर सकते है!! आगे पढ़े इसे किन फसलो पर छिडकाव करना चाहिए ?
Crop Spray :-
मुख रूपसे मूंगफली, कपास, सोयाबीन, ज्वार, मुंग, उड़द, बैंगन, पत्तागोभी, मिर्च, टमाटर और मटर में इस्तेमाल कर सकते है!! छिडकाव करते समय तापमान कम रहे इसका ध्यान रखे.
किन कीटो की रोकथाम करता है ?
यंह मुख रूपसे अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है!! किट कि सेंट्रल नर्व को ब्लॉक कर देता है. जिससे किट कि मौत हो जाती है!! विशेष सावधानी कि बात करे तो 35 डिग्री से अधिक तापमान होता है तो इसके रिजल्ट कम हो जाते है.
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रिजल्ट टाइम कि बात करे तो 22 दिन तक इसका अच्छा रिजल्ट देख्नोनेको मिलाता है!! सुबह या श्याम में छिडकाव करनेसे अधिक लाभ होता है!! दोबारा छिडकाव करनेकी जरुरत कम होनी संभावना बढ़ जाती है. जिससे दवाई का खर्चा कम होने में मदत हो जाती है!! इसको आप टॉनिक, फंफुदनाशक, NPK, किसी भी कीटनाशक के साथ मिक्स करके स्प्रे कर सकते है. लेकिन आप खरपतवार नाशक के साथ मिक्स ना करे!! जिससे फसल को नुकसान पहुँच सकता है, उत्पादन में घट आ सकती है. आगे पढ़े, फसल पर छिडकाव करनेसे क्या परिणाम मिलते है ?
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छिडकाव करनेसे क्या फायदे होंगे ?
कपास :–
कपास में अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम होती है!! जिससे कीटो से फसल कि सुरक्षा बढ़ जाती है और पौधे स्वस्थ होते है. फसल हरीभरी रहनेमे मदत मिलती है. तथा फल फूलो कि dropping कम करनेमे सहायता होती है. कपास कि उपज बढ़ नेमे मदत होती है.
मूंगफली :-
फसल को स्वस्थ रखता है हरीभरी बनाने में मदत करता है. पौधे का विकास और बढ़वार करने में योगदान देता है!! अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है!! कीटो कि रोकथाम होनेसे फसल कि गुणवता में सुधार आने लगता जिससे पैदावार अच्छी होती है.
मिर्च :–
गुणवता में सुधार होता है. पोधे स्वस्थ और मजबूत होते है. थ्रिप्स से बचाव होता है!! पैदावार में भारी बढ़ोतरी होनेमे मदत होती है, अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम करता है. पौधे कि रोगप्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है.
बेंगन :–
इल्लियो कि रोकथाम करता है बेंगन कि गुणवता बनाये रखता है!! थ्रिप्स, सफ़ेद मक्खी, माहू, जेस्सिड, अफ्फिड, लीफ हॉपर, लीफ मायनर कि रोकथाम करता है!! पौधे हरेभरे रहनेमे मदत करता है. पोधे का विकास करनेमे सहायता करता है. पौधे को रोगों से लड्नेमे सक्षम बनता है!! जिससे पौधे मजबूत बनते है और साथही उपज में वृद्धी होती है.
मुंग :–
फसल को मजबूती मिलती है, पौधे कि रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है!! तथा पौधे के बढ़वार में मदत मिलती है. माहू, सफ़ेद मछर, हरा मछर, जेस्सिड, अफ्फिद कि रोकथाम होती है. और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम होती है!! जिससे फलिया अछेसे भरती है. फल्लियो कि संख्या में वृद्धी होती है. फुल कि dropping कम होती है. अन्तंत: उत्पादन में वृद्धी में मदत होती है.
टमाटर :–
रसचुसक किट और साथही इल्लियो कि रोकथाम करता है. पौधे को सुरक्षा प्रधान करता है फल फूलो कि dropping को रोकता है!! पौधे को स्वस्थ बनाता है, टमाटर कि क्वालिटी बनाये रखता है. जिससे मार्केट में अच्छा भाव मिल सकता है!! उत्पादन में वृद्धी करनेमे मदत करता है. बतादे कि यंह अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है!!
बरबटी :–
तनाछेदक इल्ली, स्टेम बोरर कि रोकथाम करता है. फसल का विकास और बढ़वार करनेमे सहायता करता है!! उपज कि बढ़वार करनेमे मदत करता है. फसल हरीभरी रहनेमे मदत करता है!! सुरक्षा प्रदान करता है और पौधे को रोगोसे लढ़ नेकि ताकत देता है!! अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी को कंट्रोल कर लेता है.
सोयाबीन :–
सोयाबीन में अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम करता है!! फसल को कीटो से सुरक्षित बनाता है. पौधे को रोगोसे लढ़ नेकी ताकत देता है!! पौधे को हराभरा रखनेमे सहायता करता है. उत्पादन में वृद्धी करनेमे मदत करता है.
उड़द :–
अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर, तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है. जिससे फसल कीटो से सुरक्षित हो जाती है!! फसल कि बढ़वार अच्छी होती है. विकास कि प्रणाली सुचारू हो जाती है!! फल्लिया अछेसे भरती है. दाने कि क्वालिटी सुधरती है. तथा उत्पादन में बढ़ोतरी होने कि संभावना बढ़ जाती है.
पत्तागोभी :–
तनाछेदक इल्ली कि रोकथाम होती है. पत्तिया चबाने वाली इल्ली तथा अन्य प्रकार कि इल्लियो कि रोकथाम हो जाती है!! फसल कि क्वालिटी में गिरावट नहीं होती!! फसल को मजबूती मिलती है. पौधे स्वस्थ होते है. रोगोसे लड्नेकी क्षमता मिलती है!! पोधे कि बढ़वार अच्छी होती है. पत्तागोभी कि साइज़ में बढ़ोतरी होने में मदत होती है. अच्छा वजन मिलता है!! अफ्फिड्, जेस्सिड, सफ़ेद मच्छर, लीफ हॉपर, थ्रिप्स, फल छेदक मक्खी को कंट्रोल कर लेता है.
मटर :–
दानो कि भराई अच्छी होती है, दाने कि क्वालिटी में सुधार होता है. पौड़ बोरर इल्ली कि रोकथाम होती है. पौधे सुरक्षित होते है. फसल कि पैदावार बढ़ती है!! अफ्फिड् , जेस्सिड , सफ़ेद मच्छर , लीफ हॉपर, थ्रिप्स , फल छेदक मक्खी और साथही स्टेम बोरर , तनाछेदक इल्ली को कंट्रोल कर लेता है!! फूलो कि गलन को रोकता है. आगे पढ़े Rogor insecticide कि dose और मार्केट price क्या है ?
दवाई का खर्चा कितना है ? Price कितनी है ?
तो यंह लगभग 1 litre का पैक 750-950 रू तक आ जाता है. मार्केट का price थोडा उपर निचे हो सकता है. कृपया आपके यंहा कितनी price में मिलता है कमेन्ट में जरुर बताये. इसके अलावा किसान भाई आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते है!! ऑनलाइन ख़रीदारी पर पाये 20-40% तक की छुट , आज ही ख़रीदे
किसान भाई ऐसा कुछ नही है की आपको सिर्फ FMC कही रोगोर लेना है. आप अन्य कंपनी काभी ले सकते है. लोकल उत्पाद की खरीददारी से दूर रहे. अब हम बात करते है छिडकाव केलिये कितना dose ले सकते है ?
Dose:
150-200 लीटर पानी में 300-400ml प्रति एकड़ , 30-40ml प्रति 15 लीटर पानी में मिक्स करके छिडकाव कर सकते है.
किसान भाई ज्वार की फसल पर छिडकाव कर रहे तो आप इसके साथ टॉनिक में सागरिका एंव biovita ले सकते है. साथ ही fungicide में shamir fungicide लेते है. तो काफी अछे रिजल्ट मिलते है!!
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छिडकाव करने से पहले टंकी को अछेसे से डंडे के सहायतासे अछेसे हिलाले ताकि दवाई अछेसे से घुल मिल जाये!! सिल्कोंन चिपको मिलके छिडकाव करते है. तो किसान भाई काफी अछे रिजल्ट देख्नोनेको मिलते है. आगे पढ़े रोगोर insecticide के नुकसान क्या है ?
रोगोर insecticide से होनवाले नुकसान ?
वैसे देखा जाये तो फसल पर कोई खास नुकसान नहीं करता है!! परंतु अधिक मात्रा में छिडकाव करेगे तो नुकसान होता है!! वोह कहते है ना अति किया तो नुकसान होता है .
इसलिए बताये गए dose के अनुसार हि छिडकाव करेंगे तो अच्छा रहेगा. फसल खराब नहीं होंगी और उपज भी बढ़ेगी. अगर बात करे Rogor insecticide के निर्माता कंपनी के बारेमे तो यह FMC का उत्पाद है!!
अन्य कीटनाशक :
तो किसान भाई यंह जानकारी आपको केसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताये, आपका सुजाव हमारे लिए जरूरी है. एसिही अन्य महत्वपूर्ण दवाईयो की latest जानकारी केलिए आप हमारा ब्लॉग subscribe कर सकते है और अन्य किसान भाई से share कर सकते है.
पोस्ट को पढने केलिये आपका बहोत बहोत धन्यवाद् , तबतक किसान भाई ख्याल रखिये अपना और अपनी फसल का !! जय हिन्द जय भारत !!.
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ? FAQ ?
क्या हम Expired हुवा Rogor insecticide इस्तेमाल करना चाहिए ? नहीं.
क्या Rogor insecticide systemic तरीकेसे काम करता है ? नही.
क्या Rogor insecticide विषेला है ? हाँ.
1 litre FMC ka rogor insecticide